मंत्री मंडल की मंजूरी के बाद हुई इस पद पर नियुक्ति, गृह जनपद से भेज रहे बधाई, 1980 बैच के इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर्स हैं विनोद यादव।
Ballia News Desk : रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव को बोर्ड का सीईओ व चेयरमैन बनाया गया है। रेलवे के इतिहास में वह इस तरह का पद संभालने वाले पहले व्यक्ति हैं। उनके सीईओ बनने पर सामाजिक कार्यकर्ता रिपुन्जय रमण पाठक रानू ने जनपद के लिए इसे गर्व की बात बताते हुए मोबाइल पर उन्हें बधाई दी है। इसी तरह उनके गांव और जनपद के विभिन्न स्थानों से उनको जानने वालों ने दूरभाष के माध्यम से उन्हें बधाई भेजी है। मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने उनकी नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। इससे पहले मंत्रिमंडल ने रेलवे बोर्ड के पुनर्गठन को मंजूरी दी थी। इसके सदस्यों की संख्या 8 से घटाकर 5 कर दी गई है। केंद्रीय कैबिनेट ने पिछले साल 24 दिसंबर को रेलवे के संगठनात्मक पुनर्गठन को मंजूरी दी थी। इसके करीब नौ महीने बाद बुधवार को सरकार ने रेलवे बोर्ड मेंबर्स के डेजिगनेशन बदल दिए। चेयरमेन और सीईओ अब कैडर कंट्रोलिंग ऑफिसर होगा जो डीजी (एचआर) की मदद से मानव संसाधनों के लिए जिम्मेदार होगा। विनोद यादव 1980 बैच के इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर्स हैं। इससे पहले कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी) ने विनोद कुमार यादव के रेलवे बोर्ड के चेयरमैन के रूप में एक वर्ष के लिए (1 जनवरी, 2020 से प्रभावी) पुनर्नियुक्ति (सेवा विस्तार) को मंजूरी दिया था।
सुकरौली गांव के निवासी हैं वीके यादव
जनपद के आखिरी छोर पर बैरिया तहसील के सुकरौली गांव के निवासी हैं वीके यादव। उनके गांव के निवासी पूर्व प्रधान शिवकुमार यादव बताते हैं कि वह अपने संघर्ष के बल पर इस शीर्ष पद पर पहुंचे हैं। उनके पिता शीतल प्रसाद यादव सीडीओ आफिस बलिया में बाबू के पद कार्यरत थे। दो भाइयों में विनोद यादव सबसे बड़े हैं। इनके छोटे भाई गोविंद यादव का देहांत हो चुका है। इनके बड़े पिता बनवारी यादव 1974 में द्वाबा (वर्तमान में बैरिया विस क्षेत्र) के विधायक रहे हैं। इनकी प्रारम्भिक शिक्षा प्राइमरी स्कूल से शुरू होकर गांव के नरहरी बाबा इंटर कालेज से हाईस्कूल की शिक्षा ग्रहण की। इसके बाद राजकीय इटर कालेज से उन्होंने 12वीं की परीक्षा टॉप की। इलाहाबाद से इंजीनियरिंग के बाद अस्ट्रेलिया से से मास्टर ड्रिग्री प्राप्त की। वीके यादव 2012 में लखनऊ के डीआरएम भी रहे। इनकी शादी पुर्व मंत्री बलराम यादव के पुत्री से हुई है। 1982 में रेलवे में असिस्टेंट इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के तौर पर करियर की शुरुआत करने वाले यादव ने उत्तर रेलवे में चीफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर, लखनऊ के डीआरएम, दिल्ली के एडीआरएम लखनऊ लोको वर्कशॉप के डिप्टी चीफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं।